रूस के इस कदम ने नाटो सदस्य देश तुर्की और मास्को के बीच सैन्य टकराव का खतरा बढ़ा दिया है। इस बीच, अंकारा से प्राप्त खबर के मुताबिक तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि तुर्की और रूस के विदेश मंत्री इस घटना को लेकर वार्ता के लिए मिलने को सहमत हुए हैं।
हालांकि, रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि बैठक की पुष्टि नहीं हुई है। एस..400 मिसाइल प्रणालियां सीरियाई तटीय प्रांत लटाकिया में हेमेमीम वायु सेना ठिकाने पर भेजी जाएगी। यह तुर्की की सीमा से 50 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। ये प्रणालियां तुर्की के लड़ाकू विमानों को घातक सूक्ष्मता से निशाना बनाने में सक्षम हैं। यदि रूस ने तुर्की के किसी विमान को मार गिराया तो नाटो हस्तक्षेप कर सकता है।
तुर्की ने मंगलवार को एक रूसी सुखोई 24 को मार गिराया था। उसका कहना है कि यह बार बार की चेतावनी के बावजूद उसके वायु क्षेत्र में घुसा था। पुतिन ने कहा है कि रूसी विमान मार गिराए जाने के दौरान सीरिया के आसमान में था। उन्होंने तुर्की की कार्रवाई को अपराध और पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया। उन्होंने इसके गंभीर अंजाम की चेतावनी दी।