मॉस्को। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के उस निर्णय के खिलाफ उस पर नए प्रतिबंध लगाने की अपील की है जिसमें उसने पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी प्राधिकारियों द्वारा जारी किए गए पासपोर्टों को मान्यता देने का निर्णय लिया है, वहीं क्रेमलिन ने यूक्रेन पर विद्रोही क्षेत्रों में लोगों को महत्वपूर्ण दस्तावेज मुहैया न करवाने का आरोप लगाया है।
क्रेमलिन ने कहा कि यह एक मानवीय कदम है, जो यूक्रेन के विद्रोदियों की पकड़ वाले क्षेत्रों में रहने वाले और तथाकथित यूक्रेनी राष्ट्रवदियों की नाकेबंदी का सामना कर रहे लोगों की मदद करने के लिए उठाया गया है। यह कदम किसी भी तरह विद्रोही क्षेत्रों को मान्यता नहीं देता। अमेरिका ने भी इस कदम को खारिज करते हुए पासपोर्टों को अवैध करार दिया।
वॉशिंगटन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा कि रूस का यह कदम पूर्वी यूक्रेन में शांति स्थापित करने के प्रयासों को कमजोर करता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको ने मंगलवार को मॉस्को के दस्तावेजों को मान्यता देने की निंदा करते हुए कहा कि इससे वर्ष 2015 के शांति समझौते का उल्लंघन होता है।