इस यात्रा से पहले ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारत और अमेरिका एक बड़े व्यापार समझौते की तरफ बढ़ रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपने संबोधन में संकेत दिए कि अगर समझौता अमेरिका के मुताबिक नहीं हुआ तो इसकी प्रक्रिया धीमी हो सकती है। हो सकता है कि हम इसे धीमा करें या इसे चुनाव के बाद करें। मेरा मानना है कि ऐसा हो भी सकता है। इसलिए हम देखेंगे कि क्या होता है?
ट्रंप ने कहा कि हम तभी समझौता करेंगे जब यह अच्छा होगा, क्योंकि हम अमेरिका को पहले स्थान पर रख रहे हैं। लोगों को यह पसंद आए या नहीं, हम अमेरिका को पहले स्थान पर रख रहे हैं। भारत-अमेरिका के बीच माल एवं सेवा में कारोबार अमेरिका के वैश्विक व्यापार का 3 फीसदी है।