US Election news : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए देशभर के 15 राज्यों में हुए अपनी-अपनी पार्टी के प्राइमरी चुनावों में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। इससे भारतीय-अमेरिकी निक्की हेली पर अपनी दावेदारी को छोड़ने का दबाव बढ़ गया है।
राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडन और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ट्रंप को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
सुपर ट्यूजडे के चुनाव परिणामों के बाद 77 वर्षीय ट्रंप को डेलिगेट्स (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) की गणना में अहम बढ़त मिलने की उम्मीद है। निक्की हेली को 12 राज्यों में हार का सामना करना पड़ा। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को जहां अब तक 797 डेलीगेट्स का समर्थन प्राप्त है तो निक्की हेली के समर्थन में मात्र 69 डेलगेट्स है। जिस उम्मीदवार को 1215 डेलीगेट्स का समर्थन मिलेगा वह रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनेगा।
एक बार फिर से राष्ट्रपति पद पर काबिज होने की इच्छा रख रहे बाइडन (81) लगभग सभी डेमोक्रेट प्राइमरी राज्यों में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। उन्हें अमेरिकी सामोआ में जेसन पामर के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत 52 वर्षीय निक्की हेली वर्मोंट में भारी समर्थन मिलने के बावजूद कोई बड़ी छाप छोड़ने में नाकाम रहीं। हेली ने वर्मोंट प्राइमरी में जीत हासिल की थी। हेली की जीत से हालांकि ट्रंप पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सुपर ट्यूजडे से पहले ट्रंप के खाते में 244 और हेली के खाते में सिर्फ 43 डेलीगेट्स थे।