अपने 45 वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए अमेरिकी कर रहे हैं मतदान

मंगलवार, 8 नवंबर 2016 (23:58 IST)
वॉशिंगटन-न्यूयॉर्क। करोड़ों की संख्या में अमेरिकी नागरिकों ने देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति या व्हाइट हाउस के लिए एक कारोबारी को चुनने के लिए आज वोट डाला। एक तीखे चुनाव प्रचार के बाद हिलेरी क्लिंटन और उनके प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है।
एक-एक वोट के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरी क्षणों में अमेरिकी जनता के समक्ष जोरदार बहस की। उन्होंने विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए अपनी दूरदृष्टि पेश की।
 
हिलेरी (69) ने अपने पति बिल क्लिंटन के साथ न्यूयॉर्क के चाप्पाकुआ में अपने घर के पास आज सुबह एक प्राथमिक विद्यालय में वोट डाला। हिलेरी ने मतदान केंद्र से निकलते हुए कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं, मैं अत्यधिक खुश हूं।’ उन्होंने वहां लोगों से हाथ मिलाया, ‘मैडम प्रेसीडेंट’ की नारेबाजी के बीच अपने समर्थकों के साथ नारे लगाए।
 
बीती रात नार्थ कैरोलीना के राले में एक विशाल रैली को हिलेरी ने संबोधित किया। रैली में पॉप गायिका लेडी गागा ने लोगों का मनोरंजन भी किया। वहीं, ट्रंप (70) का आखिरी कार्यक्रम मिशिगन में हुआ, जहां उन्होंने अपने हजारों समर्थकों को इस उम्मीद के साथ संबोधित किया कि वह इस राज्य को डेमोक्रेट की झोली में डालने में सक्षम हो सकते हैं।
 
दोनों रैलियां स्थानीय समय के मुताबिक रात एक बजे खत्म हुई। इस तरह ईस्ट कोस्ट में मतदान केंद्र खुलने से ठीक छह घंटे पहले ये खत्म हुई। हिलेरी ने 2016 के चुनाव में न्यू हैम्पशायर के दूर दराज के डिक्सविले नोच में आधी रात के शीघ्र बाद पहली जीत ट्रंप को मिले दो वोट के खिलाफ चार वोटों से हासिल की।
 
270 निर्वाचक मंडल वोट हासिल करने के लिए एरीजोना (11), फ्लोरिडा (29), नेवादा (6), नेब्रास्का दूसरा कांग्रेस जिला (1), न्यू हैम्पशायर (4) और नार्थ कैरोलीना (15) मुख्य रणक्षेत्र हैं। देश का 45 वां राष्ट्रपति चुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस सदस्यों, प्रांतीय विधायिकाओं के सदस्यों और स्थानीय निकायों के सदस्यों के अलावा करीब 20 करोड़ लोग वोट डालने के योग्य है। 
 
अमेरिकी चुनाव प्रणाली के ‘पहले ही मतदान करने’ के प्रावधान का इस्तेमाल करते हुए रिकार्ड 4. 2 करोड़ लोग पहले ही वोट डाल चुके हैं। यह 2012 के आंकड़े को पार कर गया है जब 3.23 करोड़ लोगों ने पहले ही वोट डाला था। वर्जीनिया के लाउडन और फेयरफैक्स में सुबह से ही लंबी कतारें देखी गई। वहां भारतीय मूल के लोगों की अच्छी खासी संख्या है।
 
डेमोक्रेटिक पार्टी से उप राष्ट्रपति पद के उम्मदवार सीनेटेर टीम केन के गृह राज्य वर्जीनिया को एक निर्णायक साबित होने वाले राज्य के रूप में देखा जा रहा। हिलेरी और ट्रंप के आखिरी दिन के चुनाव प्रचार को भी अमेरिकी मीडिया ने निचले स्तर का बताया।
 
हिलेरी ने नार्थ कैरोलीना के राले में उत्साहित भीड़ से कहा, ‘यह चुनाव मूल रूप से हमारे देश में विघटन और एकजुटता के बीच है। यह एक मजबूत और क्रमिक नेतृत्व या एक बेलगाम व्यक्ति के बीच है जो हर चीज को जोखिम में डाल सकता है। यह हर किसी के लिए काम करने वाली अर्थव्यवस्था या शीर्ष पर मौजूद लोगों की हिमायत करने वाले के बीच है।
 
उन्होंने कहा, ‘हममें से कोई नहीं बुधवार की सुबह जागना चाहता और काश हम और कुछ कर पाते।’ उन्होंने फिलाडेल्फिया सहित अन्य चुनाव रैलियों में यह दोहराया जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने भी संबोधित किया। ताजा सर्वेक्षण से संकेत मिलता है कि हिलेरी ट्रंप पर मामूली बढ़त बनाए हुए है। लगभग सारे बड़े सर्वेक्षण हिलेरी की जीत का अनुमान लगा रहे हैं लेकिन ट्रंप कुछ अहम राज्यों में जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
 
ट्रंप ने कहा, ‘क्या आप चाहते हैं कि अमेरिका पर भ्रष्ट नेता शासन करे। या, आप खुद का, लोगों का शासन चाहते हैं।’ ट्रंप ने कहा कि राजनीतिक प्रतिष्ठान ने फैक्टरियों और रोजगार को संकट में डाल दिया है।
 
उन्होंने कहा, ‘हम एक विभाजित राष्ट्र हैं। हम संयुक्त राष्ट्र को ग्लोबल वार्मिंग योगदान में अरबों डॉलर के भुगतान को भी रद्द कर देंगे। हम इस सारे धन का इस्तेमाल बुनियादी ढांचे में निवेश में करने जा रहे हैं।’ 
ट्रंप चुनाव का दिन न्यूयॉर्क में बिताएंगे। उनकी जीत की रैली न्यूयॉर्क के एक होटल में होने का कार्यक्रम है जो हिलेरी की जीत की रैली के आयोजन स्थल से कुछ ही किलोमीटर दूर है। दिलचस्प है कि भारत के ठीक उलट अमेरिकी चुनाव प्रचार मतदान के दौरान भी जारी रह सकता है।
 
मतदान संपन्न होने के बाद प्रत्येक राज्य वोटों की गिनती शुरू करेगा। गौरतलब है कि ओबामा ने आखिरी 10 दिनों में 17 रैलियों को संबोधित किया है। इस बीच, ओबामा की लोकप्रियता की रेटिंग कल 56 फीसदी पहुंच गई, जो एक नई ऊंचाई है। गैलप के एक ताजा सर्वेक्षण में यह बताया गया है। साल 2012 में उनके दोबारा चुने जाने के बाद से यह सर्वाधिक है। (भाषा) 

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