खोगयानी ने बताया, 'खुशकिस्मती से कोई आम नागरिक हमले में मारा नहीं गया।' 'जीबीयू 43:बी मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट' जिसे मदर ऑफ ऑल बम का नाम दिया गया है उसका पहली बार इस्तेमाल गुरूवार को पूर्वी नानग्रह प्रांत में आईएस के ठिकानों पर हमला करने के लिए किया गया था।
अमेरिका का आकलन है कि 600 से 800 आईएस लड़ाके अफगानिस्तान में हैं। ज्यादातर लड़ाके नंगरहार में हैं। अमेरिका उनसे लड़ रहा है जबकि तालिबान के खिलाफ संघर्ष में अफगान बलों की सहायता कर रहा है। स्थानीय बलों को प्रशिक्षित करने और आतंक विरोधी अभियानों को अंजाम देने के लिए अमेरिका के करीब 8000 सैनिक अफगानिस्तान में तैनात हैं।