उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। थानेदार ने कहा कि उत्तराखंड की यह दु:खद घटना सिर्फ स्थानीय संकट नहीं है, यह एक मानवीय चिंता है, जो वैश्विक ध्यान और कार्रवाई की मांग करती है। अमेरिका अपनी उन्नत तकनीक और बचाव कार्यों में विशेषज्ञता के साथ इन प्रयासों में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने और संभावित रूप से जीवन बचाने की क्षमता रखता है।
सिल्क्यारा सुरंग 12 नवंबर को ढह गई थी। स्थानीय बचाव दलों के अथक प्रयासों के बावजूद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों की वजह से बचाव अभियान अभी तक सफल नहीं हो सका है। बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए भारतीय वायुसेना के हरकुलिस विमान की मदद से हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन निर्माणाधीन सुरंग तक पहुंचाई गई है। साथ ही अन्य मशीनों की मदद से भी मलबा हटाने की कार्रवाई युद्धस्तर पर जारी है।
थानेदार ने कहा कि भारत के साथ गहरे संबंध रखने वाले व्यक्ति के रूप में, मैं यह सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदारी की गहरी भावना महसूस करता हूं कि अमेरिका जरूरत के इस समय में कदम उठाए। हमारी भागीदारी न केवल तत्काल बचाव प्रयासों में सहायता कर सकती है बल्कि अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों को भी और अधिक मजबूत कर सकती है।
अमेरिकी सांसद ने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों को उनके परिवारों के साथ हमारे समर्थन की भी जरूरत है। यह महत्वपूर्ण है कि हम अब कार्रवाई करें। मैं इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग को सुविधाजनक बनाने और जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए जो कुछ भी संभव है, करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।(भाषा)