अमेरिका की मध्य कमान ने एक बयान में कहा कि 23 दिसंबर को, यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से दक्षिणी लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय पोत लेन में दो बैलिस्टिक मिसाइल दागी गईं। हालांकि, किसी भी जहाज के इन हमलों से प्रभावित होने की सूचना नहीं है।
बयान के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार अपराह्न 3 बजे से रात 8 बजे के बीच, यूएसएस लैबून (डीडीजी 58) दक्षिणी लाल सागर में गश्त कर रहा था और इसने यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से आने वाले चार ड्रोन को मार गिराया। यूएसएस लैबून इन ड्रोन के निशाने पर था। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और न ही किसी प्रकार की क्षति हुई।
बयान के मुताबिक, नॉर्वे के ध्वज वाले तेल टैंकर एम/वी ब्लामानेन ने हूती विद्रोहियों के ड्रोन द्वारा उन्हें निशाना बनाए जाने की सूचना दी है, जिसमें किसी के घायल होने या क्षति की सूचना नहीं है। भारतीय ध्वज वाले एक अन्य तेल टैंकर एम/वी साईबाबा ने भी उस पर ड्रोन हमले की सूचना दी। इस हमले में भी किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। (भाषा)