उन्होंने बताया, 'हम यहां से तब तक पीछे नहीं हटने वाले जब तक जिनेवा में होने वाली प्रक्रिया और आगे नहीं बढ़ जाती। आपको अब इससे निपटने के लिए कुछ तो करना होगा, केवल विद्रोहियों से लड़ना और फिर सबकुछ उस हाल में छोड़ देना काफी नहीं है।'
बयान में कहा गया कि दोनों देशों के राष्ट्रपति सीरिया की एकता, स्वतंत्रता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और गैर-संप्रादायिक चरित्र के लिए प्रतिबद्धता हैं। इसमें जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र नीत वार्ता में सभी पक्षों से शामिल होने का आह्वान किया गया। (भाषा)