वहीं मंगलवार, 26 फरवरी को तड़के भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को तबाह कर दिया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने फोन पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी से बात की और सैन्य कार्रवाई से बचने की सलाह दी।
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को किए गए एक अन्य फोन कॉल में पोम्पिओ ने अमेरिका और भारत के बीच करीबी रक्षा संबंधों की जरूरत पर बल देते हुए क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लक्ष्य पर चर्चा की। पोम्पिओ फिलहाल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच होने वाले दूसरे शिखर सम्मेलन के लिए वियतनाम में हैं।
पोम्पिओ ने एक बयान में कहा, '26 फरवरी को भारत की आतंकवाद-विरोधी कार्रवाई के बाद मैंनें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात कर हमारे करीबी रक्षा संबंधों और क्षेत्र में शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने के साझा लक्ष्य पर जोर दिया।'
उन्होंने कहा, 'मैंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी से भी बात कर सैन्य कार्रवाई से बचने और मौजूदा तनाव को कम करने की सलाह दी है। साथ ही पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने को कहा है।' (भाषा)