कारोबारियों ने दावा किया कि उनकी पत्नियों से शिविरों में ऐसे कृत्य कराए गए जो इस्लाम में हराम हैं। उन्हें अब रिहा कर दिया गया है। हाल में शिन्जिआंग प्रांत में अपनी पत्नी से मिलने वाले एक कारोबारी ने नाम न बताने की शर्त पर एएफपी से कहा कि उन्होंने (पत्नी) ने कहा कि उन्हें सुअर का मांस खिलाया गया, शराब पिलाई गई और ये चीजें उन्हें अब भी करनी पड़ती हैं।
कुछ कारोबारी पारंपरिक रूप से अपनी पत्नी को हफ्तों और महीनों के लिए शिन्जिआंग छोड़कर अपने वतन कारोबार के लिए आते थे। उनका मानना है कि उनकी पत्नियों को शिविर में इसलिए ले जाया गया क्योंकि उनका संबंध पाकिस्तान से है, जो इस्लामी गणराज्य है।
जातीय उइगुर समेत मुसलमानों पर सुरक्षा कार्रवाई के तहत उन्हें हिरासत केंद्रों में रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार इसकी आलोचना कर रहा है। चीन पाकिस्तान के साथ अपने आर्थिक संबंधों को विस्तार दे रहा है। लिहाजा, अधिकारियों ने दो महीने पहले महिलाओं को रिहा करना शुरू कर दिया है।