लंदन। संकट से घिरे शराब व्यवसायी विजय माल्या की कानूनी अड़चनें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। उनके खिलाफ अगले साल ब्रिटेन की उच्च अदालत में दिवाला प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
यह मामला भारतीय बैंकों के एक समूह ने दायर किया है। ये बैंक माल्या से करीब 1.145 अरब पौंड के अब तक नहीं चुकाए गए ऋण की वसूली चाहते हैं।
ब्रिटेन की एक विधि सेवा कंपनी टीएलटी एलएलपी ने सोमवार को स्पष्ट किया कि 62 वर्षीय माल्या के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया मामला चलाने की उनकी याचिका लंदन के हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस को स्थानांतरित की गई है। इस मामले पर सुनवाई 2019 की पहली छमाही में हो सकती है।
टीएलएटी में पार्टनर पॉल गेर ने कहा कि हमने बैंकों के हवाले से माल्या के खिलाफ 11 सितंबर 2018 को दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की याचिक दायर की थी। इस याचिका को सुनवाई के लिये लंदन में हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस के पास स्थानांतरित किया गया है। इसपर 2019 की पहली छमाही में सुनवाई होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि इसी विधि कंपनी ने इस साल की शुरूआत में भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले 13 बैंकों के समूह की ओर से माल्या के खिलाफ एक मामले में जीत दर्ज की थी।