उन्होंने कहा कि अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु समझौता करने से लेकर हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के सहयोगियों के बीच 'क्वाड' (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) की शुरुआत में मदद करने तक उन्होंने पथ-प्रदर्शक प्रगति की रूपरेखा तैयार की, जो भावी पीढ़ियों के लिए हमारे राष्ट्रों और विश्व को मजबूत बनाती रहेगी। वे एक सच्चे राजनेता, एक समर्पित लोक सेवक थे और सबसे बढ़कर वे एक दयालु और विनम्र व्यक्ति थे।
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