उन्होंने व्हाइट हाउस से राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि अफगानिस्तान से सैनिकों को हटाने का फैसला सही था। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में संकट समय वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कोई फैसला क्यों नहीं लिया, वह क्यों देश छोड़कर भाग गए, यह सवाल उनसे पूछा जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्रेसीडेंट अशरफ गनी को अपना कुछ पैसा यहीं छोड़कर जाना पड़ा है, क्योंकि कार और हेलिकॉप्टर में इतना धन पहले से रख दिया गया था कि अब उनमें रखने के लिए कोई जगह नहीं बची थी।
बताया गया है कि चार कारों में पूरी तरह से खचाखच पैसे भरने के बाद हेलिकॉप्टर में रुपए भरे गए, जब जगह नहीं बची तो ढेर सारा अमाउंट यहीं छोड़ दिया गया। रशियन एंबेसी की प्रवक्ता निकिता हेचेंको ने एक न्यूज एजेंसी के हवाले से यह बयान दिया है।