विश्व भर में बोली जाने वाली लगभग 7,000 भाषाओं में से लगभग 90 फीसदी अगले 100 साल में लुप्त हो जाएँगी।
संयुक्त राष्ट्र की पहली ‘स्टेट ऑफ द वल्र्ड्स इंडीजीनस पीपुल्स’ रिपोर्ट में कहा गया है ‘दुनिया भर में वर्तमान में छह से सात हजार तक भाषाएँ बोली जाती हैं, जिनमें से बहुसंख्यक देशज लोगों द्वारा बोली जाने वाली हैं। इनमें से बहुत सी भाषाओं पर लुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है।’
हाल ही में जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है‘इनमें से अधिकतर भाषाएँ बहुत कम लोग बोलते हैं, जबकि बहुत थोड़ी सी भाषाएँ बहुत सारे लोगों द्वारा बोली जाती हैं।’
रिपोर्ट के मुताबिक‘सभी मौजूदा भाषाओं में से लगभग 90 फीसदी अगले 100 सालों में लुप्त हो सकती हैं क्योंकि दुनिया की लगभग 97 फीसदी आबादी इनमें से सिर्फ चार फीसदी भाषाएँ बोलती हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब कोई भाषा खत्म होती है, तो उस समुदाय के नष्ट होने का अहसास होता है। (भाषा)