संयुक्त राष्ट्र में काम कर रहे डेनमार्क के एक कर्मचारी को हैती में विश्व संस्था के मुख्यालय (एमआईएनयूएसटीएएच) के मलबे से जीवित निकाला गया।
जेन क्रिस्तेन्सन को संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के भूकंप से तबाह हैती की राजधानी पोर्ट ओ प्रिंस के दौरे के कुछ ही देर बाद निकाला गया।
डेनमार्क निवासी जेन नागरिक मामलों के विशेषज्ञ हैं और हैती में संयुक्त राष्ट्र के मिशन से जुड़े हैं। विश्व संस्था के एक अधिकारी निक बिर्नबैक ने बताया जेन होश में हैं, लेकिन बात नहीं कर रहे हैं।’’ संयुक्त राष्ट्र के एक अन्य सदस्य ने बताया कि जेन बहुत भाग्यशाली हैं, क्योंकि उन्हें मलबे से खींच कर निकाला गया लेकिन उन्हें जरा सी खरोंच भी नहीं आई। जेन के मलबे से जीवित निकाले जाने की खबर को बान ने चमत्कार करार दिया।
बान ने हेलिकॉप्टर से पोर्ट औ प्रिंस का दौरा किया। वे एमआईएनयूएसटीएएच भी गए। अपने दौरे में बान ने संयुक्त राष्ट्र की एक कर्मचारी नीवेज अल्वरेज से भी मुलाकात की। अल्वरेज ने उनसे अपने पति को बचाने की अपील की। अल्वरेज के पति हैती के राष्ट्रपति रेने प्रेवेल के सलाहकार हैं।
अल्वेरेज ने कहा कि उसके पति अब भी एमआईएनयूएसटीएएच के मलबे में दबे हैं। बान ने वादा किया कि लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
हैती में मंगलवार को 7.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे कई इमारतें धराशायी हो गईं। 50,000 से अधिक लोग मारे गए और एक लाख से अधिक लोग बेघर हो गए। (भाषा)