मैच के बाद धोनी पत्रकारों से मुखातिब हुए । अपनी टीम के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि पहली पारी में बल्लेबाजी करना थोड़ा कठिन था, वहीं दूसरी पारी में लाइट्स में गेंद बल्ले पर अच्छे से आ रही थी। इसकी तुलना दोनों पारियों की गेंद को देखकर की जा सकती है। दूसरी पारी में फेंकी गई गेंद ने अपना आकार नहीं खोया। पर पहली पारी में उपयोग हुई गेंद का आकार 20 ओवर बाद ज्यादा बिगड़ा हुआ था। यह साबित करता है कि बल्लेबाजी में चेन्नई की टीम को कठिनाई हुई।
महेंद्र सिंह धोनी ने क्षेत्ररक्षण पर बोला कि खिलाड़ियों को फील्डिंग का स्तर सुधारने की जरूरत है। गौरतलब है कि कल के मैच में रविंद्र जडेजा ने दो गेंदो पर दो कैच छोड़े थे। महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि सभी फील्डर्स चुस्त दुरुस्त नहीं हो सकते पर आप गेंद का अंदाजा लगाकर दौड़ की शुरुआत जल्द कर सकते हैं। उन्होंने हसी का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका नाम मशहूर फील्डरों में शुमार नहीं है। लेकिऩ उनका एंटीसिपेशन उनको एक अच्छा फील्डर बना गया।