चेन्नई:उभरते हुए तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज कड़ी मेहनत करने और मौकों का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं जिससे कि भारत के लिए सबसे अधिक विकेट चटकाने वाला गेंदबाज बनने के अपने सपने को साकार कर सकें।
इस 27 वर्षीय तेज गेंदबाज ने नवंबर 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल के सबसे छोटे प्रारूप में पदार्पण के बाद से अब तक भारत के लिए पांच टेस्ट, एक वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं।आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की ओर से खेलने वाले सिराज ने कहा कि वह तीनों प्रारूपों में खेलना चाहते हैं और अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने साथी तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा को दिया।
अब तक 35 आईपीएल मैचों में 39 विकेट चटकाने वाले सिराज ने कहा कि जब वह पहली बार टीम से जुड़े थे तो उनका मनोबल गिरा हुआ था लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के बाद वह आत्मविश्वास से भर गए।सिराज ने कहा कि आरसीबी के बल्लेबाजी सलाहकार संजय बांगड़ से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद वह आक्रामक गेंदबाजी करना जारी रखेंगे।पिछले साल दिसंबर में आस्ट्रेलिया में पदार्पण करने के बाद से सिराज अच्छी लय में हैं। यह दौरा सिराज के लिए काफी भावनात्मक था क्योंकि आस्ट्रेलिया में पृथकवास के दौरान उनके पिता का निधन हो गया था।
भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरूण के साथ रिश्तों पर सिराज ने कहा, अरूण सर मुझे बेटे की तरह मानते हैं। मैं जब भी उनसे बात करता हूं तो मेरा मनोबल बढ़ता है। जब वह हैदराबाद में थे तो मुझे हमेशा लाइन और लेंथ पर ध्यान लगाने के लिए कहते थे। मैं भारत के लिए तीनों प्रारूपों में खेलना चाहता हूं। जब भी मौका मिले तो मैं अपना शत प्रतिशत देना चाहता हूं और दोनों हाथों से इसका फायदा उठाना चाहता हूं।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सिराज ने कुल 13 विकेट झटके थे जो किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा सीरीज में किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बहुत कठिन समय के बीच यह उच्च कोटि का प्रदर्शन किया था।
जब उनके कदम ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पड़े ही थे तो उनके पिता के निधन की खबर आयी थी। यही नहीं मोहम्मद सिराज को ऑस्ट्रेलिया में एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन तीन बार नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है। दूसरा टेस्ट हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई दर्शक तो उनके पीछे पड़ गए, सिडनी में बिग मंकी कहा तो ब्रिस्बेन में ग्रब। लेकिन सिराज ने अपना संयम बनाए रखा और अपने प्रदर्शन में इसका कोई असर नहीं पड़ने दिया।(भाषा)