नई दिल्ली। मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस गुरुवार को यहां राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में मध्यक्रम की अपनी कमजोरियों को दूर करके विजयी लय हासिल करने की कोशिश करेगा। मुंबई लगातार 2 मैच गंवाने के बाद इस मैच में उतरेगा। पिछले मैच में उसे पंजाब किंग्स के हाथों 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था और अब वह दिल्ली चरण में नए सिरे से शुरुआत करना चाहेगा।
संजू सैमसन की अगुवाई वाले राजस्थान ने अब तक टूर्नामेंट में 3 मैच गंवाए हैं तथा वह पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 6 विकेट की जीत के प्रदर्शन को ही दोहराने का प्रयास करेगा। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा (201 रन) ने अच्छी शुरुआत की है लेकिन वे अब तक बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। मुंबई का यह बल्लेबाज और उनके सलामी जोड़ीदार क्विंटन डिकॉक दोनों बड़ी पारी खेलने के लिए प्रतिबद्ध होंगे।
मुंबई की सबसे बड़ी चिंता उसका मध्यक्रम है, जो इकाई के रूप में प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। उसके मध्यक्रम में सूर्यकुमार यादव (154 रन), ईशान किशन (73 रन), हार्दिक पंड्या (36 रन), क्रुणाल पंड्या (29 रन) और कीरोन पोलार्ड (65 रन) शामिल हैं। गेंदबाजी विभाग में तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट (6 विकेट) और जसप्रीत बुमराह (4 विकेट) ने विशेषकर डेथ ओवरों में बहुत अच्छी गेंदबाजी की है। लेग स्पिनर राहुल चाहर (9 विकेट) और क्रुणाल (3 विकेट) ने भी प्रभावशाली गेंदबाजी की है और उम्मीद है कि उन्हें फिरोजशाह कोटला की पिच रास आएगी।
पोलार्ड को 5वें या 6ठे गेंदबाज के रूप में उपयोग किया जा रहा है जबकि हार्दिक विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेल रहे हैं। दूसरी तरफ राजस्थान को कई मामलों से निबटना है। विशेषकर विदेशी खिलाड़ियों जोफ्रा आर्चर, बेन स्टोक्स, लियाम लिविंगस्टोन और एंड्रयू टाइ के विभिन्न कारणों से हट जाने से टीम कमजोर हुई है। रॉयल्स अभी तक अदद सलामी जोड़ी तय नहीं कर पाया है। मनन वोहरा (42 रन) और यशस्वी जायसवाल (22 रन) बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं।
इंग्लैंड के जोस बटलर को भी बड़ी पारी खेलने की जरूरत है जबकि कप्तान सैमसन (187) को अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखनी होगी। शिवम दुबे, डेविड मिलर और रियान पराग को भी महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।ऑलराउंडर क्रिस मौरिस (9 विकेट और 48 रन) पर फिर से अपनी बड़ी कीमत को सही साबित करने का दबाव होगा। गेंदबाजी में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया (7 विकेट) ने अहम भूमिका निभाई है जबकि जयदेव उनादकट (4 विकेट) और मुस्ताफिजुर रहमान (4 विकेट) ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। बाएं हाथ के इन तीनों तेज गेंदबाजों के अलावा मौरिस को भी अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखनी होगी।
लेग स्पिनर राहुल तेवतिया ने 5 मैचों में केवल 1 विकेट हासिल किया है जबकि एक अन्य लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल 2 मैचों में कोई विकेट नहीं ले पाए। यह मैच दोपहर बाद खेला जाएगा और इसलिए ओस का मसला नहीं होगा।