नई दिल्ली। उतार-चढ़ाव वाले अपने अभियान को पटरी पर लाने के लिए बेताब मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस शनिवार को यहां होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के विजय अभियान पर रोक लगाने की कोशिश करेगा।
यूएई में पिछले साल खेले गए टूर्नामेंट में प्लेआफ में जगह बनाने में नाकाम रहा सीएसके इस बार बदले इरादों के साथ मैदान पर उतरा है और पहला मैच गंवाने के बाद उसने लगातार 5 मैचों में जीत दर्ज की है। इससे महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम अंकतालिका में 10 अंक लेकर शीर्ष पर है।
मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन अब तक उतार-चढ़ाव वाला रहा है। उसने छह मैचों में केवल तीन में जीत हासिल की है लेकिन फिरोजशाह कोटला में ही खेले गए पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सात विकेट की जीत से टीम का मनोबल बढ़ा होगा।
लेकिन उसका सामना अब हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन कर रहे सीएसके से है। धोनी की टीम ने भी मुंबई की तरह दिल्ली चरण की अच्छी शुरुआत करके सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ सात विकेट से जीत दर्ज की थी। इस मैच का परिणाम काफी हद तक दोनों टीमों के शीर्ष क्रम के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने अच्छी शुरुआत की लेकिन बड़े स्कोर बनाने में माहिर 'हिटमैन' वर्तमान आईपीएल में अभी तक अपना यह कौशल नहीं दिखा पाए हैं।
मुंबई के लिए अच्छी खबर यह है कि न सिर्फ सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने पिछले मैच में फार्म में वापसी की बल्कि उसके मध्यक्रम के बल्लेबाजों विशेषकर क्रुणाल पंड्या ने भी लय हासिल करने की झलक दिखाई। सूर्यकुमार यादव को अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा जबकि कीरोन पोलार्ड को भी अपनी आक्रामकता बरकरार रखने की जरूरत है। यह देखना होगा कि ईशान किशन को अंतिम एकादश में जगह मिलती है या नहीं।
मुंबई को यदि चेन्नई का विजय अभियान रोकना है तो उसे दीपक चाहर, सैम करेन और रवीन्द्र जडेजा जैसे गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ कौशल दिखाना होगा। चेन्नई के मध्यक्रम की अभी तक खास परीक्षा नहीं हुई है क्योंकि फाफ डुप्लेसिस और रुतुराज गायकवाड़ ने पिछले कुछ मैचों में टीम को शानदार शुरुआत दिलाकर जीत में अहम भूमिका निभाई। इन दोनों के लिए ट्रेंट बोल्ट और जसप्रीत बुमराह के सामने अपनी बेहतरीन फार्म बनाए रखना चुनौती होगी। बोल्ट और बुमराह डेथ ओवरों में भी कारगर साबित हुए हैं।
कोटला की धीमी पिच पर लेग स्पिनर राहुल चाहर की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने अभी तक 11 विकेट लिए हैं। उन्हें दूसरे छोर से क्रुणाल और जयंत यादव से सहयोग की दरकार है। चेन्नई डुप्लेसिस (270 रन) और गायकवाड़ (192 रन) से फिर से अच्छी शुरुआत की उम्मीद कर रहा होगा। मध्यक्रम में मोईन अली (148 रन) ने अच्छी भूमिका निभाई है। सुरेश रैना की मौजूदगी से उसके मध्यक्रम को मजबूत मिली है जबकि निचले क्रम में जडेजा अपनी भूमिका से पूरा न्याय कर रहे हैं। जडेजा गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और वह मुंबई के बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं।