दुबई: एलिमिनेटर से पहले ही बैगलोर की टीम को झटका लग चुका था। विराट कोहली के पास ऑलराउंडर चुनने की कमी हो गई थी क्योंकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से जुड़े श्रीलंकाई खिलाड़ी वनिंदु हसरंगा और दुष्मंत चमीरा प्लेऑफ़ मुक़ाबलों से पहले ही टीम से हट गए थे। वे अब श्रीलंकाई टीम में शामिल हुए हैं, जिन्हें अगले सप्ताह शुरू होने जा रहे टी-20 विश्व कप के क्वालिफ़ायर राउंड में हिस्सा लेना है।
हालांकि कल मैच की जो परिस्थिती थी अगर हसरंगा बैंगलोर की टीम में होते तो नतीजा कुछ और हो सकता था। यह घूमती हुई पिच हसरंगा जैसे गेंदबाज को जरूर मदद करती। बैंगलोर की ओर से ग्लेन मैक्सवल जैसे पार्ट टाइम स्पिरन ने 2 विकेट निकालकर टीम को मैच में वापसी कराई थी।
अगर हसरंगा होते जिन्होंने अपने दम पर श्रीलंका में भारत को टी-20 सीरीज में धूल चटाई थी तो हो सकता है अंतिम ओवर भी कोहली उन्हीं को थमाते।
विश्व कप में श्रीलंका क्वालिफ़ाइंग राउंड के ग्रुप ए में है, जहां उनके साथ नीदरलैंड, नामीबिया और आयरलैंड हैं। श्रीलंका का पहला मैच 18 अक्टूबर को अबू धाबी में आयरलैंड के ख़िलाफ़ है।
श्रीलंका की 15 सदस्यीय टी-20 विश्व कप टीम में शामिल लहिरू, धनंजय और बिनुरु
लहिरू कुमार, बिनुुरु फर्नांडो और अकिला धनंजय को श्रीलंका की 15 सदस्यीय टी-20 विश्व कप टीम में शामिल किया गया है। इससे पहले तीनों को रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम में रखा गया था।
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने रविवार को अपनी अंतिम टीम की घोषणा की, जिसमें कमिंदु मेंडिस, नुवान प्रदीप, प्रवीण जयविक्रमा, मिनाेद भनुका, एशन बंडारा, लक्षण संदाकन और रमेश मेंडिस को जगह नहीं मिल पाई, जो पहले 19 सदस्यीय टीम में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर चुने गए थे। इस बार श्रीलंका ने कोई भी रिजर्व खिलाड़ी नहीं रखा है।
टीम से बाहर होने वाले प्रमुख खिलाड़ियों में निरोशन डिकवेला, कुशल मेंडिस और दनुष्का गुणातिलका है, जिन्हें इस वर्ष जुलाई में इंग्लैंड दौर पर कोरोना प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर एक वर्ष के लिए बैन किया गया था।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका 18 अक्टूबर को अबू धाबी में नामीबिया के खिलाफ मुकाबले से अपना टी-20 विश्व कप अभियान शुरू करेगा। ग्रुप ए में उसके साथ आयरलैंड और नीदरलैंड मौजूद है।