नरेन्द्र मोदी स्टेडियम पर टास जीत कर गुजरात को बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित करने का लखनऊ के नवोदित कप्तान कृणाल पांड्या का फैसला मुश्किल साबित हुआ जब आसान विकेट पर लखनऊ के गेंदबाजों की धुनायी करते हुये गुजरात की सलामी जोड़ी के तौर पर गिल और साहा ने पारी की विस्फोटक अंदाज से शुरू की और मैदान के चारों ओर चौके छक्कों की बारिश कर दी। पारी के 13वें ओवर में साहा के विकेट के तौर पर लखनऊ को पहली सफलता मिली मगर तब तक गुजरात का रन औसत 12 रन प्रति ओवर के करीब पहुंच चुका था। साहा ने 43 गेंदों की पारी में दस चौके और चार लंबे छक्के लगाये।
साहा के बाद क्रीज पर आये कप्तान हार्दिक पांड्या (25) ने रनो की रफ्तार में इजाफा करने की कोशिश की और दो छक्के जड़कर दर्शकों की वाहवाही भी लूटी मगर वह मोहसिन खान की गेंद पर कवर पर खड़े अपने भाई कृणाल को कैच थमा कर पवेलियन लौट गये। अंतिम ओवरों में डेविड मिलर (21 नाबाद) के साथ गिल ने अपना विस्फोटक अंदाज जारी रखा मगर निर्धारित 20 ओवर खत्म होने के कारण वह अपने शतक से मात्र छह रन से चूक गये। गिल ने 96 मिनट क्रीज पर टिक कर 51 गेंदे खेली। इस दौरान उन्होने दो चौके और सात छक्के लगाये।
गुजरात के बल्लेबाजों को काबू करने के लिये लखनऊ के कप्तान कृणाल ने अपने आठ गेंदबाज आजमाये मगर सभी के सभी बेहद खर्चीले साबित हुये। अब लखनऊ को जीतने के लिये 228 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करना होगा। गुजरात अगर इस मैच में जीतती है तो वह प्लेआफ में पहुंचने वाली आईपीएल के मौजूदा सत्र की पहली टीम होगी।