अनजान चेहरों को स्टार बनाने के लिए मशहूर हो गए आईपीएल टूर्नामेंट ने बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के मनीष पांडे को रातोरात लोकप्रियता के शिखर पर ले जाकर बैठा दिया।
एक दिन पहले की बात है कोई नहीं जानता था कि भारतीय क्रिकेट में मनीष पांडे नाम का भी कोई खिलाड़ी है, लेकिन अपनी टीम के डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ निर्णायक लीग मैच में मनीष ने ऐसी कमाल की पारी खेली कि मात्र बीस ओवर में ही उनका भाग्य बदल गया।
कर्नाटक के नंतीलाल में जन्मे 19 वर्षीय मनीष ने इस मैच से पहले इस टूर्नामेंट का कोई मैच नहीं खेला था। कप्तान अनिल कुंबले ने सेमीफाइनल की होड़ के लिए इस महत्वपूर्ण मैच में मनीष को मौका देने का जो जुआ खेला, वह अततः जैकपॉट साबित हुआ।
मनीष ने नाबाद 114 रन बनाकर आईपीएल टू का दूसरा शतक बनाया और इस टूर्नामेंट में पहला भारतीय शतकधारी होने का गौरव हासिल कर लिया।
आईपीएल में अभी तक किसी भारतीय ने शतक नहीं बनाया था। पहले संस्करण में जो छह शतकधारी थे, वे सभी विदेशी थी और दूसरे संस्करण में इससे पहले तक जो एकमात्र शतक बना था, वह दिल्ली डेयरडेविल्स के दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने बनाया था।