ब्रैंडन मैकुलम का बल्ला जब आईपीएल के पहले मैच में आग उगल रहा था तो कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान बल्लियाँ उछल रहे थे। शॉन मार्श का हर शॉट प्रीति जिंटा के दिल को छू जाता था तो सनथ जयसूर्या की आक्रामकता पर मुकेश अंबानी का परिवार तालियाँ पीटने लगता।
इंडियन प्रीमियर लीग में दुनियाभर के दर्शकों ने कुछ फ्रेंचाइजी मालिकों को उत्साह में आसमान छूते हुए तो निराशा के समुद्र में गोते लगाते हुए भी देखा, लेकिन इनमें वे टीम मालिक शामिल नहीं थे, जिनमें स्टारडम नहीं था। राजस्थान रॉयल्स ने हैरतअंगेज प्रदर्शन किया, लेकिन उसके मालिक को बहुत कम जानते हैं।
लगभग यही कहानी दिल्ली डेयरडेविल्स, हैदराबाद डेक्कन चार्जर्स और यहाँ तक कि चेन्नई सुपर किंग्स की रही, जिसका स्वामित्व भारतीय क्रिकेट बोर्ड के कोषाध्यक्ष और इंडिया सीमेंट के मालिक एन. श्रीनिवासन के पास है।
इन मालिकों ने अपनी सौम्यता के साथ गरिमा भी दिखाई। डेक्कन चार्जर्स की टीम 14 में से केवल दो मैच जीत पाई, लेकिन उसके मालिक डेक्कन कार्निकल ने विजय माल्या की तरह हो हल्ला नहीं मचाया। राजस्थान रॉयल्स का स्वामित्व रखने वाले इमर्जिंग मीडिया ने खिलाड़ियों को बीच में गोवा की सैर कराई। डेयरडेविल्स के जीएमआर ग्रुप या चेन्नई सुपर किंग्स के इंडिया सीमेंट ने किसी भी समय खेल के बीच में पड़ने की कोशिश नहीं की।
कोलकाता, बेंगलोर, पंजाब या मुंबई के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है। यह अलग बात है कि इनमें से कुछ ने खेल में दखलअंदाजी न की हो, लेकिन हर मैच में मालिकों की उपस्थिति से हो सकता है कि खिलाड़ियों पर दबाव बना हो।
आईसीसी ने जब शाहरुख के ड्रेसिंग रूम में जाने पर आपत्ति जताई, तभी वे टीम के मैचों में नहीं दिखाई दिए। इसके अलावा बीच में विदेश दौरे पर रहने के कारण भी वह कुछ मैच में दर्शकों नहीं लुभा पाए। हार पर उनकी निराशा इस कदर थी कि उनके और कप्तान सौरव गांगुली के बीच मतभेद की बात उभरी। बाद में शाहरुख ने खिलाड़ियों को ई-मेल कर टीम का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की।
शाहरूख को अपनी टीम के फाइनल में पहुँचने की पूरी आशा थी और शायद इसीलिए उन्होंने फाइनल के लिए हजारों मुकुट खरीद रखे थे। प्रीति जिंटा ने भी फाइनल के लिए काफी तैयारी कर रखी थी, लेकिन उनका अति उत्साह क्रिकेट की वास्तविकता के बीच ठंडा पड़ गया।
प्रीति ने लगभग जीत दर्ज करने पर अपने स्टार खिलाड़ी को गले लगाकर भी दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के विजय माल्या ने तो खुले आम जाहिर किया कि उन्हें हार पसंद नहीं है। उन्होंने यहाँ तक कहा कि खिलाड़ी उनके मनपसंद के नहीं चुने गए थे। कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ इस वजह से उनके मतभेद भी रहे।
मुंबई इंडियन्स के मालिक मुकेश अंबानी व्यस्तता के कारण कम मैचों में दिखे, लेकिन उनकी पत्नी नीता अंबानी और पुत्र ने टीम का पूरा साथ दिया।