तकनीक के बिना आज जिंदगी कुछ अधूरी-सी लगती है, साथ ही इससे आपकी शिक्षा भी अधूरी सी है। आने वाला समय अब थ्री जी से आगे 4जी के युग में पहुंच जाएगा। ऐसे समय में तकनीक को समझना ही काफी नहीं होगा बल्कि इसका बेहतर उपयोग भी करना होगा।
युवाओं के साथ बच्चों के लिए भी गैजेट्स की अहमियत ज्यादा होगी। इसके लिए कई स्कूलों से लेकर कॉलेजों तक में अभी से तैयारी पूरी की जा रही है। कुछ गैजेट्स ने इस तकनीक की राह में थोड़ी मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में जहां आकाश टैबलेट से कुछ लोगों की उम्मीदें पहले ही टूट चुकी हैं, वहीं महंगे आईपैड और विभिन्न कंपनियों के टेबलेट की ओर भी लोगों का रूझान बढ़ता दिखाई दे रहा है। टैबलेट वही, बस उपयोग नया आईपैड और आईफोन के दीवाने पूरी दुनिया में देखने को मिलते हैं। क्वालिटी और महंगे गैजेट को खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है। फिर भी आईपैड इन दिनों भारत और दूसरे देशों में धूम मचा रहा है। इसने शिक्षा के क्षेत्र में बदलावों की नई शुरुआत कर दी है।
डिजिटल टेक्स्ट बुक के लिए आईपैड के लिए एप्पल ने आईबुक्स 2 सॉफ्टवेयर लांच किया। इससे किताबों की दुनिया भी पूरी तरह बदल सकती है। आईपैड पर यह सॉफ्टवेयर मुफ्त में दिया गया है और इसके साथ कई अन्य इंटेरेक्टिव फीचर्स भी हैं। इसमें डिजिटल टेक्स्ट बुक की तरह पैसा लगेगा।
एप्पल ने आईबुक्स ऑथर नामक एक और सॉफ्टवेयर मुफ्त में दिया है जिसकी मदद से कोई भी आईपैड पर डिजिटल बुक बनाई जा सकती है।
कंपनियों में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र को और हाइटेक बनाने में सबसे बड़ा माध्यम टैबलेट पीसी होंगे। अभी तक केवल इंटरेक्टिव बोर्ड व कुछ ई लर्निंग तकनीक का ही उपयोग किया जाता है। अब टैबलेट के आने के बाद आकाश, आई पैड, सैमसंग और डेल जैसी कंपनियों की बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है।
एप्पल के डीलर कहते हैं कि एप्पल खासतौर पर शिक्षा के क्षेत्र के लिए कई एप्लीकेशन लाने में जुटा हुआ। भले ही यह आईपैड 2 थोड़ा महंगा है लेकिन परफार्मेंस के मामले में यह सबसे आगे है। इसमें कोई भी अपनी ईबुक्स को बना सकता है।
इसमें इंटरनेट, थ्रीजी, ड्युएल कैमरा सहित कई शानदार एप्लीकेशन है। यह गैजेट 29 से 45 हजार रुपए से अधिक की रेंज में उपलब्ध हो सकते हैं। इस आईपैड का एक ही नुकसान है यह थोड़ा महंगा है और इसे थोड़ी ज्यादा केयर करना पड़ती है।
सस्ते आकाश से उम्मीद बड़ी आकाश टैबलेट पाने की चाह कई गैजेट यूजर की है। पहले दौर में ही आकाश का खराब प्रदर्शन काफी चिंताजनक रहा है। यूजर इस टैबलेट से ज्यादा खुश नजर नहीं आए। सस्ते आकाश को और बेहतर बनाकर जल्द ही यूजर के बीच लाने की कोशिश की जा रही है। इतनी कम कीमत में शायद ही कोई टैबलेट बाजार में मिल सके।
आकाश से ज्यादा कीमत में कई टैबलेट आज बाजार में उपलब्ध हैं। आकाश के प्रोसेसर 366 मेगाहर्टज का है जबकि सैमसंग का 1 गिगाहर्टज, आईपैड का 1 गिगाहर्टज ।
आकाश की मैमोरी 2 जीबी वहीं सैमसंग की 16 जीबी, आईपैड की 16 जीबी है। आकाश की रैम 256 एमबी का है, जबकि सैमसंग का 512 एमबी, आईपैड का 256 एमबी है।
इन टैबलेट्स में आकाश का काफी सस्ता होना उसे शिक्षा के प्रचार के लिए अहम बनाता है। आकाश की कीमत 2,276 रुपए है, जबकि आईपैड की करीब 29 हजार से लेकर 45 हजार रूपए से अधिक है। सैमसंग टैबलेट की 23 हजार रुपए से अधिक है।
बदलेगा शहर में शिक्षा का क्षेत्र सहोदय ग्रुप के सेक्रेटरी कहते हैं कि पांचवीं तक के बच्चों को मानक चीजों से पढ़ाना कोई नई बात नहीं है लेकिन अब बच्चे आधुनिक युग के हिसाब से तकनीकी चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ई लैब हो या फिर ई लर्निंग आज हर तकनीक बच्चे अपनाने के लिए तैयार हैं।
ये सभी तकनीक तभी सार्थक हैं जब बच्चे और शिक्षक इससे जुड़े रहें। यदि बच्चों का इसमें रूझान नहीं है तो टैबलेट की पढ़ाई केवल एक मूवी देखने जैसी ही रह जाएगी।