गृह मंत्रालय की चेतावनी के बाद भारत में ब्लैकबेरी पर प्रतिबंध का खतरा मँडरा रहा था। प्रतिबंध के खतरे से जूझ रहे ब्लैकबेरी फोन के उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। ब्लैकबेरी फोन सेवा पर प्रतिबंध लगने का खतरा टल चुका है। ब्लैकबेरी बनाने वाली कंपनी रिसर्च इन मोशन (रिम) ने सरकार को सभी सुरक्षा चिंताओं का हल निकालने का भरोसा दिलाया है।
गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय में आंतरिक मामलों के विशेष सुरक्षा सचिव उत्थान कुमार बंसल ने बताया कि ब्लैकबेरी बनाने वाली कंपनी रिम ने मंत्रालय को भरोसा दिया है कि हैंडसेट की निगरानी करने के मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।
बंसल ने बताया कि दूरसंचार विभाग इस मुद्दे को सुलझाने में जुटा है। ज्ञात हो कि ब्लैकबेरी फोन का मूल सर्वर कनाडा में है। इस मोबाइल से भेजे जाने वाले एसएमएस या ई-मेल उसी सर्वर से होकर दूसरे हैंडसेट तक पहुँचते हैं। यही नहीं, ब्लैकबेरी से जाने वाले एसएमएस और ई-मेल को पहले कोडभाषा में बदला जाता है। वह दूसरे फोन पर पहुँचने के बाद ही अपने मूल रूप में आता है।