मोबाइल बैंकिंग में रखें ये सावधानियां...

मोबाइल ने हमारे बैंकिंग ट्रांजेक्शन को भी आसान कर दिया है। ‍बैंकों द्वारा और मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों द्वारा एप्लीकेशन उपलब्ध कराए जाते हैं, जिनसे हम आसानी से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, लेकिन सुविधाजनक होने के यह आपके लिए असुरक्षित भी रहता है।

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सॉफ्टवेयर सिक्यॉरिटी कंपनी ट्रेंड माइक्रो के एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि भारत मोबाइल बैंकिंग मालवेयर से प्रभावित देशों की सूची में तीसरे नंबर पर है।

अगले पन्ने पर, इन बातों का रखें ध्यान नहीं तो...


- अपने अकाउंट की जानकारी जैसे अकाउंट नंबर, डेबिट और क्रेडिट कार्ड पिन को अपने डिवाइस में स्टोर करने से बचें।

- बैंकिंग ऐप संबंधित बैंकों के आधिकारिक बैंकिग ऐप से ही अपलोड करें। इसका प्रयोग करने के लिए सीधे संबंधित बैंक की साइट पर जाएं। किसी भी सिक्योर वेबसाइट को पहचानने का सबसे सरल तरीका है इसका यूआरएल http या https से शुरू होता है। यहां पर s का मतलब सिक्योर से होता है और यह यूआरएल सिक्योर सॉकेट्स लेयर कनेक्शन का प्रयोग करता है।

- बैंकिग ऐप का उपयोग कर रहे हैं तो कभी भी यूजर नेम और पासवर्ड भी अपने मोबाइल हैंडसेट में स्टोर न रखें क्योंकि गलत व्यक्ति के हाथ में आपका मोबाइल आने से आपको हानि आ सकती है।

- नेटवर्क न मिलने पर फ्री वाई-फाई या हॉटस्पॉट से मोबाइल बैंकिंग का प्रयोग न करें। हमेशा पासवर्ड प्रोटेक्टेट मोबाइल कनेक्शन का ही प्रयोग करें।

- अपने अकाउंट से संबंधित सूचना टेक्स्ट मैसेज के जरिए नहीं भेजें।

- सेफ मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए स्क्रीन अनलॉक का प्रयोग करें।

- अनजाने नंबर से कॉल आने पर तो उस पर कॉल बैक करने के मामले में सावधानी बरतें। इसमें सबसे बड़ा खतरा यह है कि आपके फोन का डेटा कॉल के दौरान ट्रांसफर हो सकता है

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