Digital Payment तेजी से बढ़ रहा है। कोरोनाकाल में तो इसके प्रयोग करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। Digital Payment के लिए स्मार्टफोन में Google Pay, PhonePe, Paytm जैसे ऐप्स मौजूद होते हैं।
2021 में RBI की ओर से घोषणा की गई थी कि जल्द ही फीचर फोन यूजर्स को भी UPI सर्विस का लाभ मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि यदि आप फीचर फोन यूजर हैं तो आप इसका प्रयोग कर सकेंगे, वह भी बिना इंटरनेट के। RBI ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर फीचर फोन यूजर्स के लिए बड़ी घोषणा की है। इसमें कहा गया है कि फीचर फोन के लिए भी अब UPI सर्विस लॉन्च कर दी गई है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस सर्विस की घोषणा की है। इसके बाद फीचर फोन यूजर्स बिना इंटरनेट के ऑनलाइन पेमेंट का लाभ उठा सकेंगे।
आमतौर पर फीचर फोन का उपयोग केवल कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए ही किया जाता है, लेकिन आरबीआई की इस घोषणा के बाद फीचर फोन के उपयोग कर दायरा बढ़ जाएगा। अब यूजर्स फीचर फोन से डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे और इसके लिए आपको इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सेवा को लांच किया। इसके जरिए 40 करोड़ से अधिक फीचर फोन या सामान्य मोबाइल फोन यूजर्स सुरक्षित तरीके से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
जिन लोगों के पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, वे यूपीआई 123पे नाम से शुरू की गई इस सेवा के जरिए डिजिटल भुगतान कर सकते हैं और यह सेवा साधारण फोन पर काम करेगी।
दास ने कहा कि अब तक यूपीआई की सेवाएं मुख्य रूप से स्मार्टफोन पर ही उपलब्ध हैं, जिसके चलते समाज के निचले तबके के लोग इनका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा है।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक यूपीआई लेनदेन 76 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 41 लाख करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब कुल लेनदेन का आंकड़ा 100 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक देश में 40 करोड़ मोबाइल फोन यूजर्स के पास सामान्य फीचर फोन हैं।
डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने कहा कि इस समय यूपीआई सेवाएं यूएसएसडी-आधारित सेवाओं के जरिए ऐसे उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन यह काफी बोझिल है और सभी मोबाइल परिचालक ऐसी सेवाओं की अनुमति नहीं देते हैं।
आरबीआई ने कहा कि फीचर फोन उपयोगकर्ता अब चार तकनीकी विकल्पों के आधार पर कई तरह के लेनदेन कर सकते हैं। इनमें 1) आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करना, 2) फीचर फोन में ऐप की कार्यक्षमता, 3) मिस्ड कॉल आधारित विधि और 4) सामिप्य ध्वनि आधारित भुगतान शामिल हैं।
इस सेवा के जरिए यूजर्स दोस्तों और परिवार को धन भेज सकते हैं, विभिन्न उपयोगिता बिलों का भुगतान कर सकते हैं और वाहनों के फास्ट टैग को रिचार्ज करने तथा मोबाइल बिलों का भुगतान करने की सुविधा भी इसमें मिलेगी। दास ने मंगलवार को डिजिटल भुगतान के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने तैयार किया है।
डिजीसाथी नाम की इस हेल्पलाइन की मदद वेबसाइट - डिजीसाथी डॉट कॉम और फोन नंबर - 14431 और 1800 891 3333 के जरिए ली जा सकती है।