यह एप प्राथमिक कक्षा के बच्चों को हिन्दी और अंग्रेजी सीखने में सहायता करेगा। कंपनी ने कहा कि यह एप उसकी आवाज पहचानने की तकनीक तथा टेक्स्ट-टू-स्पीच तकनीक पर आधारित है। इसे सबसे पहले भारत में पेश किया गया है। इस एप की मदद से आप अपने बच्चों को बेहतर अंग्रेजी सीखा सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यह ऑफलाइन भी काम करेगा।
बोलो एप एंड्रायड 4.4 (किटकैट) तथा इसके बाद के संस्करण वाले सारे डिवाइस पर चल सकता है। कश्यप ने कहा कि गूगल ने इस एप का उत्तरप्रदेश के करीब 200 गांवों में परीक्षण किया है। परिणाम उत्साहजनक रहने के बाद इसे पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि एप में बंगाली जैसी अन्य भारतीय भाषाओं को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।