मल्होत्रा ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत एनपीसीआई जरूरतों के अनुरूप यूपीआई लेनदेन की नई सीमाएं तय कर सकेगा। बैंक इन घोषित सीमाओं के भीतर अपने जोखिम आकलन के अनुसार अपनी आंतरिक सीमाएं तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। उच्च लेन-देन सीमा के साथ आने वाले जोखिमों को कम करने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।