OTA वायरलेस चार्जिंग अभी मौजूद वायरलेस चार्जिंग से काफी अलग तरीके से काम करता है। अभी मौजूद वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी में स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए चार्जिंग पैड सरफेस का फोन से टच होना आवश्यक है, लेकिन OTA वायरलैस चार्जिंग टेक्नोलॉजी के अंतर्गत फोन तभी चार्ज होना शुरू हो जाएगा जब वह रेंज में आ जाएगा।
इस टेक्नोलॉजी से डिवाइस को तब भी चार्ज किया जा सकेगा, जब वह मूव कर रही हो। यह बहुत बड़ी टेक्नोलॉजी होने वाली है। इससे स्मार्टफोन्स को इस्तेमाल और चार्ज करने का तरीका बदल जाएगा। वायर चैजिंग से OTA वायरलेस चार्जिंग पर जाना उतना ही बड़ा बदलाव होगा, जितना लैंडलाइन से वायरलेस फोन्स का रहा था। हालांकि इस टेक्नोलॉजी को आने में अभी 3-4 साल लग सकते हैं। (Photo Courtesy : Social Media)