मेडिकेशन एप यूं तो लंबे समय से ऑनलाइन उपलब्ध रहे हैं लेकिन यह पहली बार है, जब अनुसंधानकर्ताओं ने दिल के मरीजों पर पड़ने वाले इनके प्रभाव का पता लगाया है, साथ ही यह भी जानने की कोशिश की है कि ये एप स्वास्थ्य और मानव व्यवहार के संदर्भ में काम करते हैं या नहीं।
ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर जूली रेडफर्न ने बताया कि धमनी से संबंधित हृदयरोग के मरीज अधिक मात्रा में दवाएं लेने से परेशान हो सकते हैं, क्योंकि आमतौर पर उन्हें 4 तरह की दवाएं लिखी जाती हैं जिन्हें कभी-कभी दिन में 3 बार लेना पड़ता है।
सिडनी यूनिवर्सिटी से कार्ला सैंटो ने बताया कि यह उत्साहजनक है कि एक मूलभूत एप, जिनमें से कुछ को मुफ्त में प्राप्त किया जा सकता है, वे लोगों की दवा लेने की प्रवृत्ति में सुधार कर सकते हैं और सेहत की जटिलताओं को रोक सकते हैं। (भाषा)