जैन धर्म में रोटतीज का व्रत हर साल भाद्रपद शुक्ल तृतीया के दिन मनाया जाता है। इस व्रत का बहुत महत्व है। यह व्रत करने से मानसिक शांति मिलती है। रोटतीज का व्रत भाद्रपद शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है।
रोटतीज व्रत : कब और कितने समय तक करें...
व्रतारंभ तिथि- भाद्रपद शुक्ल तृतीया।
व्रतावधि- चौबीस वर्ष, बारह वर्ष या तीन वर्ष।
व्रत विधि- उपवास या रस त्यागपूर्वक एकाशन शक्तिनुसार।