Hanuman jayanti 2024: उत्तर भारत में हनुमान जयन्ती चैत्र माह में, तेलगु में ज्येष्ठ माह में और तमिल और कन्नड़ में मार्गशीर्ष में और मनाई जाती है। कन्नड़ में इस बार 13 दिसंबर को और तमिल में 30 दिसंबर को हनुमान जयंती मनाएंगे। कन्नड़ यानी कर्नाटक में मार्गशीर्ष माह के दौरान शुक्ल पक्ष त्रयोदशी को हनुमान जयंत मनायी जाती है। इस दिन को हनुमान व्रतम के नाम से भी जाना जाता है।ALSO READ: Hanuman ji: क्या हनुमान जी प्रकट होने वाले हैं?
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ- 13 दिसम्बर 2024 को मध्यरात्रि 12:56 (AM ) बजे से।
त्रयोदशी तिथि समाप्त- 13 दिसम्बर 2024 को रात्रि 10:10 (PM ) बजे तक।
पूजा का अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:56 से दोपहर 12:39 तक।
हनुमान पूजा की विधि- Hanuman puja ki vidhi:-
- प्रात:काल स्नान-ध्यान से निवृत हो व्रत का संकल्प लें और पूजा की तैयारी करें।
- हनुमानजी की मूर्ति या चित्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें और आप खुद कुश के आसन पर बैठें।
- मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें।
- इसके बाद धूप, दीप प्रज्वलित करके पूजा प्रारंभ करें। हनुमानजी को घी का दीपक जलाएं।
- हनुमानजी को अनामिका अंगुली से तिलक लगाएं, सिंदूर अर्पित करें, गंध, चंदन आदि लगाएं और फिर उन्हें हार और फूल चढ़ाएं।
- यदि मूर्ति का अभिषेक करना चाहते हैं तो कच्चा दूध, दही, घी और शहद यानी पंचामृत से उनका अभिषेक करें, फिर पूजा करें।
- अच्छे से पंचोपचार पूजा करने के बाद उन्हें नैवेद्य अर्पित करें। नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नैवेद्य में नहीं किया जाता है।
- गुड़-चने का प्रसाद जरूर अर्पित करें। इसके आलावा केसरिया बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, चूरमा, मालपुआ या मलाई मिश्री का भोग लगाएं।
- यदि कोई मनोकामना है तो उन्हें पान का बीड़ा अर्पित करके अपनी मनोकामना बोलें।
- अंत में हनुमानजी की आरती उतारें और उनकी आरती करें।
- उनकी आरती करके नैवेद्य को पुन: उन्हें अर्पित करें और अंत में उसे प्रसाद रूप में सभी को बांट दें।