वर्ष 2010 के अंकों का योग किया जाए तो यह होगा 2+0+1+0 = 3 अर्थात 2010 वास्तव में मूलांक 3 का वर्ष है। अत: इस मूलांक वाले व अन्य मूलांक वाले व्यक्तियों के लिए वर्ष भिन्न प्रभावों के साथ उदित होगा।
1. मूलांक 1 : महत्वाकांक्षाओं पर नियंत्रण रखें। बड़ी-बड़ी बातों या वादों से बचें। राज्यपक्ष से सावधानी रखें। निर्णय गुरु की मदद से लें। कोई शुभ समाचार मिलेगा।
2. मूलांक 2 : वर्ष के प्रारंभ में दुविधाएँ रह सकती हैं। आत्मबल में कमी न होने दें। लगन व मेहनत करना जरूरी है। रिश्तों के विशेष साज-संभाल की जरूरत है।
3. मूलांक 3 : अच्छा व उपलब्धिकारक समय रहेगा। राज्य पक्ष से, समाज से लाभ मिलेगा। अहंकार पर नियंत्रण रखें, बुजुर्गों का आशीर्वाद लें।
4. मूलांक 4 : मिला-जुला समय रहेगा। कोई भी रिस्क लेने से बचें। सामान्य दिनचर्या अपनाएँ। विवादों में न पड़ें। नया निवेश न करें।
5. मूलांक 5 : मानसिक तनाव व दुविधाएँ जन्म लेंगी। मानसिक स्थिरता बनाए रखना होगी। अच्छा साहित्य पढ़ने व अच्छी संगति में उठने-बैठने से लाभ होगा। बुआ-मामा को उपहार अवश्य दें।
6. मूलांक 6: अच्छा समय है। सुख-सुविधाएँ बढ़ेंगी, विलास की, श्रृंगार की सामग्री खरीदने पर व्यय होगा। पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी, भाग्य साथ देगा।
7. मूलांक 7 : यात्रा, भ्रमण के अवसर मिलेंगे, कलाकारों को सफलता मिलेगी। समाज सेवा के कार्यों में भी लाभ मिलेगा, धनार्जन के योग हैं।
8. मूलांक 8 : स्वभाव की दृढ़ता व हठधर्मिता को छोड़ थोड़ा लचीलापन अपनाना होगा। परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढालकर ही प्रतिकूलता को कम कर सकेंगे। समाज सेवा, अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी।
9. मूलांक 9 : आत्मबल बढ़ा-चढ़ा रहेगा। नए कार्य करने का मौका मिलेगा। यश प्राप्ति होगी। भाइयों-साझेदारों से संबंध प्रगाढ़ होंगे। राज्यपक्ष से भी लाभ होगा।
नोट : प्रतिकूलता का अनुभव होने पर गाय व गुरु की सेवा, अन्नदान, मंदिर में जाना, अध्ययन सामग्री दान देना व केले की पूजा करने से लाभ होगा।