दिवाली का यह अंक तुम्हारे लिए भी मजे की रोशनी करे। दिवाली का मतलब सिर्फ पटाखों और नए कपड़ों से ही नहीं है। दिवाली तब और अच्छे से मनेगी, जब तुम किसी दूसरे के लिए कोई अच्छा काम करोगे। दूसरों के लिए अगर एक दीपक जलाओगे तो उसकी रोशनी तुम्हें भी मिलेगी।
चिपलू और चकोरी ने जिस तरह जिन्ना के बारे में सोचा, उसी तरह तुम भी अपने आस-पास किसी के बारे में सोचो। दूसरों को अपने त्योहार में शामिल करोगे तो तुम्हारा त्योहार डबल हो जाएगा। हमने पिछले अंक में इसी तरह के अनुभव माँगे थे। कुछ बच्चों ने अपनी बढ़िया बात हमें बताई है जो तुम आखरी पन्नो पर पढ़ सकते हो। इनसे मिलती-जुलती कोई दूसरी अच्छी बात तुम भी कर सको तो बहुत अच्छा।
अच्छा अब इस अंक में आरके लक्ष्मण के बचपन के बारे में जानो। क्विज हल करो और फिर सभी से कहो- हैप्पी दिवाली