जीवन चक्र पर हाइकू रचना...

हाइकू-2


 
1. जीवन चक्र
स्वयं पर विश्वास
होता ये काश!
 
2. स्वाद विवाद
चलो दोनों को छोड़ो
संबंध ओढ़ो
 
3. धन सार्थक
जब धर्म साथ हो
तुम पास हो
 
4. अपने रिश्ते
आपस में विश्वास
सही संपत्ति
 
5. प्यारे अतिथि
आवभगत खूब
कब जाओगे
 
6. आधा जीवन
स्वप्न की दुनिया
बाकी दोहन
 
7. कभी न था
ऐतबार तुम पे
दिल टूटा था
 
8. विसरा सुख
आज तक न भूला
तुम्हारा मुख
 
9. मैं आईना था
न पढ़ सका तुम्हें
दुःख के लम्हें
 
10. घड़ी गिफ्ट दी
पिताजी को बेटे ने
समय नहीं
 
11. जहां अंधेरा
दीपक है जलाया
जगमगाया
 
12. सच्चे संबंध
मुश्किल है बनना
मेरी सुनना
 
13. राधाष्टमी का
पावन अवसर
प्रेम सुमिर
 
14. 84 लाख में
एकमात्र मानव
पगा प्रेम में
 
15. कुबूल है तू
बस शर्त इतनी
फेंक नकाब। 

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