कविता : बरखा रानी आती है

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जब-जब पानी आता है,
पत्ते, फूल खिलाता है।
बरखा रानी आती है,
रिमझिम पानी लाती है।।
 
पानी आता झर-झर,
बादल गरजते गर-गर-गर।
बिजली रानी चमकती है,
लगता अच्‍छा नभ मंडल।। 
 
कभी आता ज्यादा पानी,
कभी आता पानी कम।
कभी कहीं पर बाढ़ बोलती,
कभी बोलता सूखापन।।
 
- गार्गी जमड़ा
साभार - देवपुत्र

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