जब तुन्हें पता है कि नदी का पानी नहीं सूखेगा, तो तुन्हें खुद ही प्रयास करके नदी को पार करना होगा। वैसे ही जीवन में समस्याएं तो चलती रहेंगी, तुन्हें सभी का केवल अपने प्रयासों से हल ढूंढ़ते जाना है। अगर किनारे बैठ कर नदी का पानी सूखने का इंतजार करोगे तो जीवन भर कुछ नहीं पा सकोगे। पानी तो बहता रहेगा, समस्या तो आती रहेंगी लेकिन तुन्हें नदी की धार को चीरते हुए आगे जाना होगा, हर समस्या को धराशायी करना होगा। तभी जीवन में आगे बढ़ सकोगे। अब छोटू को सधु महाराज की बातें अच्छे से समझ आ गई थी।