कल्पना कीजिए जब आप अपने कांटैक्ट लेंसों पर ई-मेल और टेक्स्ट संदेश पढ़ रहे होंगे। यह सुनने में थोड़ा अवयावहारिक लग सकता है, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि आपकी कल्पना जल्द हकीकत में बदल सकती है।
दरअसल भविष्य की प्रौद्योगिकी एक कदम आगे बढ़ चुकी है। एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एक ऐसे लेंस का नमूना विकसित करने का दावा किया है जो लेंस का इस्तेमाल करने वाले को ‘हैंड्स फ्री’ सूचना मुहैया कराता है। इस तरह के कांटैक्ट लेंस इंटरनेट से जुड़े होते हैं।
अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी और फिनलैंड स्थित ऑल्टो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक कंप्यूटरीकृत कांटैक्ट लेंस तैयार किया है और इसका परीक्षण सीधे आंखों पर कर इसकी सुरक्षा को दर्शाया गया। परीक्षण में कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया।
आज के दौर में कांटैक्ट लेंस उपकरण एक पिक्सल के हैं, लेकिन टीम इसे सैकड़ों पिक्सल वाले लेंसों के निर्माण की ‘अवधारणा के सबूत’ के रूप में देखती है जिन्हें किसी की आंख के सामने छोटे ई-मेल और टेक्स्ट संदेश प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
वैज्ञानिकों ने कहा कि उपकरण कंप्यूटर से पैदा दृश्य सूचना को असल दुनिया में लाया जा सकता है और इसे गेम उपकरणों तथा नौपरिवहन प्रणाली का हिस्सा बनाया जा सकता है। इसे ग्लूकोज स्तर पर सूचना उपलब्ध कराने के लिए प्रयोगकर्ता के शरीर से भी जोड़ा जा सकता है जो चिकित्सीय रूप से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
डेली टेलीग्रॉफ की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए इस कांटैक्ट लेंस में बाहरी स्रोत द्वारा भेजी गई उर्जा को एकत्र करने के लिए एक एंटीना लगा होता है। इसमें एक एकीकृत सर्किटभी होता है जो इस उर्जा को इकट्ठा कर इसे एक नीले एलईडी वाली पारदर्शी नीलम की चिप में स्थानांतरित करता है।
इस खोज के परिणाम ‘जर्नल ऑफ माइक्रोमेकैनिक्स एंड माइक्रोइंजीनियरिंग’ में प्रकाशित हुए हैं। (भाषा)