रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज के परमाणु अनुसंधान संस्थान (आईएनआर) के इगोर तकाचेव ने बताया, 'आज के ब्रह्मांड और बिग बैंग के तुरंत बाद के ब्रह्मांड में अंतर को इस बात से समझा जा सकता है कि डार्क मैटर के अनुपात में कमी आई है।'
खगोलविदों ने 1930 के दशक में अनुमान लगाया था कि ब्रह्मांड में छिपे हुए द्रव्यमान का अनुपात बहुत अधिक है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्लैंक अंतरिक्ष दूरदर्शी से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक ब्रह्मांड में डार्क मैटर की मौजूदगी 26.8 प्रतिशत तक है। इसके अलावा 4.9 फीसदी तक सामान्य तत्व है और 68.3 प्रतिशत डार्क एनर्जी है।