उल्लेखनीय है कि 3 अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों को मंत्री मिश्रा के बेटे की कार से कुचल दिया गया था। इस दुर्घटना में 4 किसानों की मौत हुई थी, जबकि इसके बाद भड़की हिंसा में 4 और लोगों की मौत हुई थी। इनमें 2 भाजपा कार्यकर्ता और एक ड्रायवर था। मरने वालों में एक पत्रकार भी शामिल था।