सीन रीक्रिएशन से सामने आएगा लखीमपुर कांड का सच, अब पुतले कुचले गए

हिमा अग्रवाल

गुरुवार, 14 अक्टूबर 2021 (19:10 IST)
लखनऊ। लखीमपुर हिंसा की जांच में जुटी पुलिस गुरुवार को मौका-ए-वारदात पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास और अन्य 2 आरोपियों को लेकर घटनास्‍थल पर पहुंची।
 
तिकुनियां में किसानों को गाड़ी से कुचलने के सच को बाहर लाने के लिए पुलिस ने घटनास्थल पर सीन रीक्रिएशन किया। रीक्रिएशन के दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस बल, पीएसी और आरएएफ तैनात रही। पूरा इलाका बैरिकेडिंग करते हुए सील कर दिया गया।
घटना का क्राइम सीन देखने के लिए लोगों में भी उत्सुकता थी, जिसके चलते ग्रामीण बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ खड़े होकर पुलिस के रीक्रिएशन को देखते रहे। पुलिस ने सीन रीक्रिएशन के लिए तीन काले पुतले बनाए और मौके पर ठीक पुतलों के पीछे से एक जीप लाई गई, जैसे कि लखीमपुर हिंसा के दौरान वायरल वीडियो में थार जीप किसानों को कुचलते हुई दिखाई दे रही थी।
 
पुलिस ने सच की गहराई से पड़ताल के लिए पुतलों के साथ कुछ लोगों को हाथ में काले झंडों थमा कर खड़ा किया है।

सीन रीक्रिएशन से पहले तिकुनियां कांड मामले में जांच कर रही स्‍पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (SIT) के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने घटनास्‍थल पर आशीष मिश्रा, अंकित दास, गनर लतीफ उर्फ काले और एक कर्मचारी शेखर भारती से पूछताछ करते हुए यह पता लगाने की कोशिश कि घटनाक्रम के समय वह लोग कब और कहां मौजूद थे। उस दिन का पूरा घटनाक्रम क्‍या था?
 
हालांकि पुलिस ने अंकित दास, लतीफ और शेखर से जांच का सिलसिला अभी भी जारी है। पुलिस ने अंकित दास, गनर और ड्राइवर को आज से तीन दिन के लिए रिमांड पर भी लिया है। यहां की जांच के बाद पुलिस आशीष मिश्रा को लेकर उनके गांव भी जाएगी, जहां बीती 3 अक्‍टूबर को दंगल आयोजित हुआ था।
 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य इसी दंगल में मुख्‍य अतिथि के तौर पर शामिल होने आए थे। तीन कृषि कानून से नाराज किसानों ने उन्हें काले झंडे दिखाने के लिए हैलीपेड के पास एकत्रित हुए थे। अचानक किसानों को पता चला कि केशव प्रसाद मौर्य हेलीपेड पर नहीं आ रहे हैं, अपितु किसी अन्यत्र रास्ते से दंगल में शामिल होने जा रहे है, तो किसान अपने घर वापस जाने लगे। इसी दौरान पीछे से तेज गति से आ रही थार जीप और एक फॉर्च्यूनर गाड़ी ने उन्हें कुचल दिया। 
 
थार जीप केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बताई जा रही है जबकि जीप के पीछे चल रही फॉर्च्यूनर में अंकित दास सवार था। थार जीप मौके पर खड़े किसानों को कुचलकर फरार हो गई। घटना के बाद ही किसानों को कुचले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था। किसानों का आरोप है कि जिस थार जीप ने निर्दोष किसानों को कुचला उसमें गृह राज्यमंत्री का बेटा आशीष मिश्रा बैठा हुआ था।

किसानों के मुताबिक आशीष मिश्रा लखीमपुर कांड का मुख्‍य आरोपी है, लेकिन आशीष की थार जीप के पीछे चल रही फॉर्च्यूनर गाड़ी के मालिक अंकित दास, उनके गनर लतीफ और शेखर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब इनको रिमांड पर लेकर सच उगलवाने की कोशिश करेंगी।

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