मुंबई। विमानन क्षेत्र के लिए मुश्किलों का दौर खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। जहां एक तरफ ए320 नियो विमानों में पीएंडडब्ल्यू के त्रुटिपूर्ण इंजनों के चलते सस्ती विमान सेवा कंपनियों के 14 विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगी हुई है, वहीं एयर इंडिया, जेट एयरवेज और स्पाइसजेट के विमानों में भी पिछले दो दिन में आठ तकनीकी खराबी के मामले सामने आए हैं।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को मुंबई के लिए उड़ान भरने से पहले जेट एयरवेज के एक बी-737 विमान का पहिया खराब पाया गया और जब तक इसे ठीक नहीं कर लिया गया यह उड़ान नहीं भर सका। वहीं कंपनी की मुंबई से दोहा की उड़ान वापस लौट आई, क्योंकि उसके एयरबस ए330 के दूसरे इंजन में कंपन महसूस किया गया। वहीं मुंबई से ही चेन्नई की उड़ान भरने वाले विमान को भी तकनीकी खराबी के कारण लौटना पड़ा।
इसी प्रकार कंपनी की 17 मार्च को उड़ान भरने वाली मुंबई-जयपुर उड़ान भी अपनी वापसी की यात्रा को अगले दिन पूरा कर पाई। सूत्रों के अनुसार, स्पाइसजेट के पटना से हैदराबाद आए एक विमान के पहिए और ब्रेक में हैदराबाद हवाईअड्डे पर उतरने के बाद खराबी पाई गई। वहीं इसकी बेंगलुरु-हैदराबाद उड़ान के इंजन में कंपन और बेंगलुरु-दिल्ली की एक उड़ान में एयर कंडीशन में तकनीकी खराबी की शिकायत दर्ज की गई।
हालांकि स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने इंजन में कंपन की घटना से इनकार किया है और पहिए की समस्या को भी मामूली बताया जिसे थोड़ी ही देर में ठीक कर लिया गया। इसके अलावा रविवार को एयर इंडिया के चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर और गुवाहाटी से इंफाल जाने वाले दो ए-321 विमानों में भी तकनीकी खराबी की शिकायत दर्ज की गई।
हालांकि एयर इंडिया की ओर से इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी है। इससे पहले इंडिगो और गोएयर के कुल 14 विमानों पर पीएंडडब्ल्यू के खराब इंजनों की वजह से उड़ान भरने से रोक लगी हुई है। (भाषा)