सूरत। भारत में कई सेक्टरों पर मंदी का असर देखा जा रहा है। सरकार भी इन सेक्टर्स की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। ऑटो मोबाइल, बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रचर और लॉजिस्टिक सेक्टर्स को मंदी से उबारने के लिए राहत पैकेज के साथ ही कई घोषणाएं की गई हैं। बहरहाल अब हीरा कारोबार भी मंदी की चपेट में दिखाई दे रहा है।
2016 से ही हीरा कारोबार मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है। इस वर्ष नोटबंदी ने कारोबार ठप कर दिया था, 2017 में GST ने हाल बेहाल कर दिया, 2018 में नीरव मोदी मामले ने खेल और बिगाड़ दिया और अब मंदी के संकेत मिल रहे हैं।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में भारतीय हीरों की मांग तेजी से कम हो रही है। चीन में हीरों की मांग 20 फीसदी कम हुई है जबकि खाड़ी देशों, यूरोप और अमेरिका में भी इसकी मांग घटी है।