विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council) की आज जारी रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से लेकर सितंबर तक की अवधि के बीच भारत में सोने की मांग में गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 252.4 टन रही। हालांकि परिषद का कहना है कि भारत में पिछले कई माह से सुस्त पड़ी सोने की मांग त्योहारी मौसम के दौरान सुधर सकती है।
स्वर्ण परिषद के अनुसार, रिएल एस्टेट क्षेत्र की सुस्ती और सोने की कीमतों में आई तेजी से वैसे निवेशकों का रूझान सोने में बढ़ा है, जिनके पास कालाधन है। इस अवधि में भले ही सोने की खपत घटी है लेकिन सोने के सिक्कों और सोने के छड़ें, जिन्हें निवेश के लिए जाना जाता है, उनकी मांग जुलाई से सितंबर के बीच 51 प्रतिशत बढ़ गई।
परिषद ने आज कहा कि त्योहारों के दौरान जेवरातों की खुदरा खरीदारी बढ़ने की संभावना है और इससे सोने की मांग वापस पटरी पर लौट सकती है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच भारत में कई पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं और इसी मौसम में कई शादियां भी होती हैं, जिससे आमतौर पर इस दौरान जेवरातों की खुदरा मांग बढ़ जाती है।