गंगवार ने कहा कि वित्त मंत्री 8.65 फीसदी ब्याज दर के लिए सहमत थीं। हालांकि इससे पहले खबर थी कि वित्त मंत्रालय ईपीएफ अंशधारकों को ब्याज कम करने के बारे में विचार कर रहा है। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.55 प्रतिशत की ब्याज दर से ब्याज दिया गया था।