कुमार ने कहा कि जीएसटी के लागू होने से अप्रत्यक्ष कर क्षेत्र में जटिलता काफी कम हुई है। जीएसटी के क्रियान्वयन से कारोबारियों द्वारा भरे जाने वाले फार्म की संख्या घटकर मात्र 12 रह गई है जबकि इससे पहले विभिन्न केंद्रीय और राज्य कानूनों के तहत 495 फार्म तक भरने होते थे।