वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने बताया कि बीएस-6 मानक के लिए वाहनों के इंजनों में जरूरी बदलाव की लागत हर तरह के यात्री वाहनों के लिए लगभग एक समान है। इसलिए, छोटी-बड़ी सभी कारों की कीमत एक समान बढ़ेगी। लेकिन, प्रतिशत के लिहाज से सबसे बड़ा बदलाव छोटी कारों की कीमतों में आएगा।
उन्होंने कहा कि यदि बीएस-4 की जगह बीएस-6 इंजन लगाने से कीमत में एक लाख की वृद्धि होती है तो तीन लाख रुपए की कार के ग्राहक को यह अंतर ज्यादा महसूस होगा क्योंकि उसके लिए कीमत 33 प्रतिशत बढ़ जायेगी जबकि 10 लाख रुपए की कार के ग्राहक के लिए कीमत मात्र 10 प्रतिशत बढ़ेगी। इसके अलावा छोटी डीजल कारों पर कर भी दो प्रतिशत ज्यादा है।