GDP Growth Rate: दूसरी तिमाही में फिसली भारत की आर्थिक वृद्धि दर, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का रहा खराब प्रदर्शन

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 2 दिसंबर 2024 (18:46 IST)
GDP growth rate: हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों के अनुसार देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में मात्र 5.4% रही, जो पिछले साल की समान अवधि के 8.1% की तुलना में काफी कम है।
 
इस तिमाही में पिछले दो सालों की सबसे धीमी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि पहली तिमाही में यह 6.7% थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी इन आंकड़ों ने अर्थव्यवस्था में गिरावट के कई कारणों और प्रभावों को उजागर किया है और इनमें मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के खराब परफॉर्मेंस और बुनियादी सेवाओं की धीमी वृद्धि को प्रमुख कारण माना जा रहा है।
 
किन क्षेत्रों का कितना प्रभाव : राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र ने सकारात्मक प्रदर्शन करते हुए सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में 3.5% की वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले वर्ष 1.7% थी, जबकि विनिर्माण क्षेत्र या मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भारी गिरावट देखी गई, जहां सकल मूल्य वर्धित वृद्धि 14.3% से घटकर 2.2% रह गई।
 
खनन और बुनियादी सेवाओं में भी दूसरी तिमाही के दौरान गिरावट देखी गई। खनन क्षेत्र की सकल मूल्य वर्धित वृद्धि भारी गिरावट के साथ -0.1% रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 11.1% थी। बिजली, गैस और जल-आपूर्ति जैसी बुनियादी सेवाओं में वृद्धि केवल 3.3% रही, यह भी पिछले साल के 10.4% के मुकाबले काफी कम है। इसके विपरीत, वित्तीय सेवाओं और रियल एस्टेट क्षेत्र में कुछ मामूली वृद्धि देखने को मिली है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 6.2% से 0.5% अधिक है।
 
दूसरी तिमाही का यह प्रदर्शन औद्योगिक उत्पादन में गिरावट, वैश्विक मांग में कमी और खपत में धीमेपन जैसे कारकों के चलते प्रभावित हुआ है, लेकिन भारत अभी भी 5.4% की वृद्धि दर के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

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